

मेटाबोलिक पद्धति द्वारा हृदयरोग के उपचार के फायदे
- बिना ऑपरेशन अथवा एंजियोप्लास्टी के ब्लॉकेज खुल जाता है.
- दुबारा ब्लॉकेज की संभावना नहीं रहती.
- हृदयाघात की संभावना ना के बराबर.
- जिंदगीभर दवाई खाने की जरूरत नहीं.
- एक ही उपचार से रक्तचाप, डायबिटीज इत्यादि भी स्वतः नियंत्रित हो जाता है.
डायबिटीज, उच्च रक्तचाप, मोटापा में क्यों मेटाबोलिक उपचार बेहतर है
हृदयाघात के कारक उच्च रक्तचाप, डायबिटीज, मोटापा इत्यादि मेटाबोलिक उपचार अपनाने से पूर्णतः नियंत्रित हो जाता है जिससे हृदयघात की संभावना कम हो जाती है. कोलेस्ट्रॉल अथवा ट्राइग्लिसराइड को मेटाबोलिक उपचार पूर्णतः नियंत्रित कर देता है जिससे कोरोनरी आर्टरी के कारक की कमी हो जाती है और हृदयाघात की संभावना काफी कम हो जाती है. जिनलोगों को हृदयाघात हो चुका है उनमें दुबारा हृदयाघात को रोकने में मददगार है मेटाबोलिक उपचार. अमेरिका जैसे देशों में अब मेटाबोलिक उपचार अपनाने से हृदयाघात कम होते हैं.